रात बाकी, बात बाकी
खाना तो छोड़ो, पिने के लिए भी, सिर्फ आधी बोतल हे बाकि, रात कैसे कटेगी, जब आधी रात हो बाकि.

- Dr. Vivek Shilimkar
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बी. एस्सी. च्या तिसऱ्या वर्षात असताना सुचलेल्या ओळी.
रात बाकी, बात बाकी.
प्रोजेक्ट हे बाकी, Journal भी हे बाकी.
Pen मे सिर्फ २ बूंद स्याही बाकि,
और Journal आधी हे बाकि.
खाना तो छोड़ो,
पिने के लिए भी,
सिर्फ आधी बोतल हे बाकि,
रात कैसे कटेगी, जब आधी रात हो बाकि.
मानाकी सोने का option हे बाकि,
लेकिन Journal submission की date नहीं हे बाकि.
अब बस एक रात हे बाकि.